दोस्तों जैसे हमारी शेयर मार्केट की जर्नी शुरू होती है तो सबसे पहले मन में एक ही सवाल आता है कि आखिर अच्छे शेयर को कैसे पहचाने? तो दोस्तों आज का हमारा लेख इसी बारे में रहेगा ताकि आप अपने लिए शेयर मार्केट में अच्छा शेयर कैसे पीक कर सके।
दोस्तों शेयर मार्केट में जैसे ही हम बैठे होते हैं तो हमारे मन में कई तरह के सवाल होते हैं जैसे कि किस कंपनी का शेयर सबसे अच्छा है? किस कंपनी का शेयर खरीदने में हमारा फायदा है? किस कंपनी के शेयर के फंडामेंटल सबसे अच्छे हैं? क्या उस कंपनी के शेयर खरीदना चाहिए या नहीं खरीदना चाहिए?
वैसे तो शेयर मार्केट में NSE (National Stock Exchange) और BSE (Bombay Stock Exchange) की मिलकर बात करे तो लगभग 8000 भी ज्यादा कंपनिया लिस्टेड है, ऐसे में किसी अच्छी कंपनी को ढूँढना काफी मुश्किल काम है।
तो आज के इस लेख में हम कोशिश करेंगे कि आपके मन में जो भी सवाल है शेयर मार्केट के रिलेटेड या नए निवेशक जो अभी-अभी शेयर मार्केट में एंटर हुई है उनके मन में जो भी सवाल है कि कौन से शेयर खरीदने चाहिए? और शेयर खरीदने समय हमें क्या-क्या देखना चाहिए?
दोस्तों वैसे तो सब बोलते हैं कि हमें शेयर खरीदने से पहले उस पर्टिकुलर कंपनी के फंडामेंटल चेक करने चाहिए लेकिन फंडामेंटल में हमें क्या-क्या देखना होता है वह आज हम इस लेख में देखने वाले हैं तो आइए देरी ना करते हुए इस लेख की शुरुआत करते हैं।
कि कौन सा तरीका है जिसके जरिए हम अच्छे शेर को पहचान सके और अपना एक अच्छा पोर्टफोलियो अपने भविष्य के लिए बना सके।
अच्छे शेयर को कैसे पहचाने? (Stock Picking Guide Hindi)
दोस्तों जैसे ही कोई बंदा शेयर मार्केट में अंतर होता है तो उसके मन में एक ही सवाल होता है कि हम सबसे ज्यादा अमीर शॉर्ट टाइम में कैसे बनते हैं?
लेकिन शेयर मार्केट से अमीर बनने के चक्कर में कहीं लोग अपने पूरा कैपिटल गवा देते हैं फिर ऐसे में वह अपने आप पर रिग्रेट करते हैं इसलिए आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप एक अच्छे शेर में अपना पैसा निवेश करें।
और उस निवेश को साल दर साल कैसे बढ़ाएं वह सोचे ना कि आप सोचे कि जल्द अमीर कैसे बने देखें ऐसा कोई शॉर्टकट तो है नहीं जहां आप शेयर मार्केट से आप रातो रात अमीर बन सकते हैं उसके लिए टाइम लगता है इसलिए आप में पैशन होना बहुत जरूरी है।
तो दोस्तो आज के लेख में हम देखने वाले हैं कि शेयर खरीदते समय हमें किन चीजों की सावधानी रखनी चाहिए? शेयर खरीदते समय हमें क्या-क्या उस शेयर में देखना चाहिए? शेयर मार्केट में अच्छे शेर कैसे चुने? अच्छे शेयर चुनते समय हमें क्या किया फंडामेंटल देखने चाहिए?
तो आइए इस लेख की शुरुआत करते हैं, दोस्तों अगर आप एक शुरुआती निवेशक है तो हमने नीचे कुछ पॉइंट्स दिखाए है जिसके जरिए आप अपने लिए एक अच्छा शेयर पिक कर सकते हैं। हमने नीचे सुझाया है कि आपको शेयर खरीदते समय या तो निवेश करते समय उस कंपनी में आपको क्या-क्या देखना है? शेयर खरीदते समय क्या देखना चाहिए?
कंपनी का बिज़नेस मॉडल देखना अनिवार्य है।
दोस्तो आप जब भी किसी कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस की शुरुआत करें तो सबसे पहले इस कंपनी का बिजनेस मॉडल को समझने की ट्राई करें ये आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।
क्योंकि अगर किसी कंपनी का बिजनेस मॉडल सही होगा तभी वह आपको एक अच्छा प्रॉफिट बनाकर कि आपको एक अच्छा रिटर्न डिलीवर कर पाएगी।
शेयर बाजार में आने वाले नए निदेशक क्या करते हैं किसी यूट्यूब चैनल से देख कर या तो किसी टेलीग्राम चैनल को देखकर वहां जो स्टॉक टिप्स आपको दिखाई जाती है उनके बेसिस पर वह स्टॉक को पिक कर लेते फिर उनका नुकसान हो जाता है।
अब आप इस बात को समजीये कि आप जो पैसे लगा रहे हैं वह किसी कंपनी के बिजनेस में लगा रहे हैं अगर आपको उस कंपनी का बिजनेस ही नहीं पता तो आप अपने पैसे को मल्टीप्लाई कैसे कर पाएंगे?
इसलिए आपका सबसे पहला फोकस कंपनी के बिजनेस मॉडल पर होना चाहिए तभी आप कंपनी में निवेश करके अपना एक अच्छा कैपिटल अच्छा रिटर्न ले पाएंगे
जब आप कंपनी के बिजनेस को नहीं समझ पाएंगे तो कंपनी द्वारा भविष्य में किए जाने वाले बदलाव और उनके प्रोडक्ट मार्केट में बिक रहे हैं या नहीं या उनके प्रोडक्ट मार्केट में ट्रेनिंग है या अभी नहीं वह कैसे पता कर पाएंगे?
कुछ बातें हैं जो आपको फंडामेंटल एनालिसिस करते समय यानी खासकर जब आप कंपनी का बिजनेस मॉडल देख रहे हैं तो आपको यह बातें देखनी चाहिए की,
- कंपनी का बिजनेस मॉडल क्या है?
- कंपनी का प्रोडक्ट क्या है?
- कंपनी का प्रोडक्ट मार्केट क्या है?
- भविष्य में उस प्रोडक्ट की कितनी मांग रहे हैं ने वाली है?
- कंपनी प्रोडक्ट के उपभोक्ता कौन है?
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कंपनी का मैनेजमेंट देखना चाहिए।
देखिये स्कूल हो, घर हो, कॉलेज हो या फिर कोई कंपनी, मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी चीज होती है क्योंकि सही मैनेजमेंट ही किसी कंपनी को ऊपर लेकर जाता है।
अगर किसी कंपनी का मैनेजमेंट बुरा है तो वह कंपनी किसी भी हाल में आगे नहीं बढ़ पाएगी क्योंकि मैनेजमेंट एक बेसिक चीज होती है जिसके जरिए ही कंपनी अच्छी है या बुरी है वह पता लगाया जा सकता है।
इसलिए आप जब भी किसी कंपनी में अपना पैसे निवेश करने का सोचा तो सबसे पहले देखे कि कंपनी का बिजनेस मैनेजमेंट कैसा चल रहा है या तो बिजनेस मैनेजमेंट जो लोग कर रहे हैं उनकी सोच कैसी है।
आप जब बिजनेस मैनेजमेंट देख रहे हैं तो आपको नीचे दिए गए कुछ पॉइंट को ध्यान में रखना चाहिए जैसे कि,
- जब आप किसी कंपनी का मैनेजमेंट देख रहे हैं तो सबसे पहले आप देखे की उस कंपनी में जो मैनेजमेंट में आगे लोग हैं उनकी योग्यता क्या है? उनके पास क्या एक्सपीरियंस है?
- दूसरा सबसे जरूरी है आप कंपनी की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं कि कंपनी का आगे रीजन क्या है उनसे आपके पता चलेगा कि कंपनी long-term में क्या करने वाली है?
ट्रेन्डींग सेक्टर की पसंदगी करे।
देखिए आज का दौर ट्रेंड का दौर है तो आपको ट्रेंड के साथ चलना पड़ेगा अगर आप ट्रेंड के विरुद्ध जा रहे हैं तो आपको बेशक नुकसान हो सकता है इसलिए हमने भी ट्रेंड के साथ ही चलना है।
अब देखिये जैसे सेंसेक्स में 30 बड़ी अलग-अलग सेक्टर की कंपनियां है वैसे ही निफ्टी में 50 अलग-अलग सेक्टर से कंपनी आती है।
सेंसेक्स भारत की 30 बड़ी अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों को प्रेजेंट करता है तो वही Nifty50 देश के अलग-अलग सेक्टर की 50 कंपनियों को प्रेजेंट करता है।
अब यहां पर हमें देखना है कि कौन सा सेक्टर फिलहाल सबसे अच्छा परफॉर्म कर रहा है उसमें IT सेक्टर भी हो सकता है, इसमें बैंकिंग सेक्टर भी हो सकता है, इसमें FMCG सेक्टर भी हो सकता है इसमें मेडिकल सेक्टर भी हो सकता है।
अगर आप 2023 में अपने पैसे निवेश करने जा रहे हैं तो आपको बखूबी देखना चाहिए कि कौन सी कंपनी है आगे जाकर ग्रो करने वाली है किस कंपनी में आपके पैसे सेफ रहने वाले हैं।
अगर आप ट्रेंडिंग सेक्टर की कोई एक अच्छी कंपनी है का शेर फाइंड करना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए कुछ पॉइंट को ध्यान में रखना चाहिए जैसे कि,
- कंपनी किस टाइप के प्रोडक्ट बनाती है?
- फिलहाल इस प्रोडक्ट मार्केट में क्या प्रभाव है?
- फ्यूचर में इस प्रोडक्ट का क्या रोल रहेगा?
- अगले 15 से 20 साल में कंपनी किस तरह ग्रो कर पाएगी?
जो कंपनी ओल्ड प्रोडक्ट बनाती है उस कंपनी को आप छोड़ दीजिए क्योंकि आपको 2023 के हिसाब से सोचना है कि कौन सी कंपनी का कौन सा प्रोडक्ट भविष्य में अच्छा परफॉर्म कर सकता है।
जिस भी कंपनी में आपको फ्यूचर दिखे उस कंपनी में आप निवेश कीजिए फॉर Example देखे तो फिलहाल 2023 में EV का बहुत ज्यादा स्कोप है तो आप EV की कंपनी में निवेश कर सकते हैं।
कंपनी पर कर्ज़ा देखे (Debt Free होना जरुरी)
दोस्तों हमें फंडामेंटल एनालिसिस करते समय सबसे ज्यादा ये पॉइंट देखना चाहिए किस कंपनी के ऊपर कितना कर्जा है? अगर कंपनी के ऊपर बहुत कर्जा है तो ऐसे में कंपनी बिल्कुल ग्रो नहीं कर पाएगी।
और ऐसी कर्जा वाली कंपनी में निवेश करके आपके पैसे तो फंस जायेंगे साथ-साथ आप भी फंस जाएंगे इसलिए आप हमेशा निवेश करते समय एक बात का ख्याल रखें कि कभी भी ज्यादा कर्ज में डूबी कंपनी पर अपना पैसा ना लगाएं।
अब आप जिस भी कंपनी में निवेश करने जा रहे हैं उस कंपनी के पास एक पॉजिटिव कैश फ्लो का होना अति अनिवार्य है अगर कंपनी के पास पॉजिटिव कैश फ्लो होता है तो ऐसे में कंपनी अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ावा दे सकती है।
मान लो अगर कंपनी के पास अच्छा सेल है और ऊपर से प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है तो कंपनी ऑल ओवर प्रॉफिटेबल होती है ऐसी कंपनी में निवेश करना बुद्धिमानी का काम है।
इसलिए हमेशा एक बात का ध्यान रखें कि आपको किसी भी तरह की कर्जे वाली कंपनी में निवेश नहीं करना है।
ऐसी कंपनी में आप निवेश करने जा रहे हैं तो आपको सबसे पहले कंपनी का डेट – इक्विटी रेश्यो चेक कर लेना चाहिए अगर Debt To Equity Ratio अगर एक से कम है तो ऐसी कंपनी में आप निवेश कर सकते हैं।
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कंपनी का P/E Ratio देखे।
P/E Ratio का क्या मतलब होता है? P/E Ratio Meaning in Hindi
देखिये P/E Ratio को समझना एकदम आसान है। पहले P/E Ratio का फुल फॉर्म होता है Price To Earning Ratio अब P/E Ratio को एक उदहारण से समझते है।
मान लो कोई एक ABC Company है अब P/E Ratio का मतलब है की इस कंपनी की करंट मार्केट प्राइस डिवाइड शेयर की EPS वैल्यू।
अब मान लीजिये की ABC Company के शेयर की करंट प्राइस 400 रूपया चल रही है और ABC Company के शेयर की EPS वैल्यू 20 चल रही है।
- P/E Ratio = 400 (करंट प्राइस) / 20 (EPS वैल्यू) = 20
मतलब की ABC Company का P/E Ratio 20 है अब आपको इस कंपनी के शेयर से एक साल में 20 रुपये कमाने के लिए 400 रुपये देने होंगे जो अभी करंट प्राइस चल रही है। मतलब की आपको 20 गुना पैसे देने होंगे।
नए निवेशकों के मन में अब एक और सवाल आ रहा होगा की चलो अब P/E Ratio तो निकाल लिया पर इससे पता कैसे चलेगा की शेयर सस्ता है या महँगा?
तो आपको इसके लिए इस कंपनी के सेक्टर का P/E Ratio आपको देखना पड़ेगा तभी आपको समज आएगा की हम जो शेयर खरीदने जा रहे है वो सस्ता है या महंगा।
मान लो आपने अभी जिस कंपनी को P/E Ratio 20 निकला वो एक FMCG सेक्टर की कंपनी है और FMCG सेक्टर का Sector P/E 25 का चल रहा है तो समझ लीजिये आपको यह शेयर अभी सस्ता मिल रहा है।
दोस्तों, एक्सपर्ट की बात माने तो उनका कहना है की अगर P/E Ratio 15 के आसपास है तो आपके निवेश के लिए सबसे अच्छा है पर कंपनी के और भी फंडामेंटल देखना जरुरी है।
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कंपनी का EPS (Earning Per Share) देखे।
अगर आप एक नए निवेशक है तो EPS को जानना आपको लिए बहुत जरुरी है वैसे EPS का Full Form होता है Earning Per Share, नाम के हिसाब से इसका काम है।
Earning Per Share का मतलब है की आपको पर शेयर कितनी earning होगी? चलिए इसे एक उदहारण के साथ समझते है तभी आपको अच्छे से समझने में आएगा।
Example
मान लो कोई एक ABC Company है और उस कंपनी के मार्केट में 1,000 शेयर अवेलेबल है। अब कंपनी ने एक साल में 10,000 का प्रॉफिट कमाया है। और आपके पास उस कंपनी के 10 शेयर्स है।
- अब EPS = 10000 (टोटल प्रॉफिट) / 1000 (टोटल नंबर ऑफ़ शेयर)
- यानि EPS (Earning Per Share) = 10
मतलब की इस ABC Company का EPS हो गया 10 का। मतलब की EPS का सीधा संबंध कंपनी के प्रॉफिट के साथ जुड़ा है अगर कंपनी अच्छा प्रॉफिट करती है तो EPS अच्छा रहगा, जबकि कंपनी लोस्स करेगी तो EPS भी नेगेटिव होता जायेगा।
अगर आप एक नए निवेशक है तो हमारा आपसे एक ही निवेदन है की कम EPS वाले शेयर से दूर रहे क्योकि वो कंपनी अच्छा प्रॉफिट नहीं कर रही है वहा पर आपका पैसा डूब सकता है।
कंपनी का ROE और ROCE जरूर देखे।
यहा पर आपको दो टर्म को देखना एवं समझना है एक है ROE (Return On Equity) और दूसरा है ROCE (Return On Capital Employed) यह दोनों टर्म्स दिखने में सैम है लेकिन अलग अलग है।
ROE Meaning in Hindi
दोस्तों जैसे हमने ऊपर देखा की ROE का Full Form Return On Equity होता है, आप नए निवेशक है या पहले से स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे है लेकिन यहा पर दोनों के लिए जरुरी है की आपको Return On Equity रेश्यो देखना है। तभी आप एक अच्छे निवेशक बन पाएंगे।
Return On Equity का सीधा मतलब है की कंपनी अपने कैपिटल से कितना पैसा earn कर रही है अपनी कुल इक्विटी से।
इसको एक example से समझते है (ROE Meaning in Hindi )
मान लो कोई XYZ कंपनी है। उसके पास कुल 500 Rupee की शेयर इक्विटी कैपिटल है और कंपनी के पास कुल 500 Rupee रिसर्व है अब कंपनी साल के अंत में 1000 Rupee का प्रॉफिट कमाती है तो उस कॅश में कंपनी का ROE कितना होता है?
- ROE = 1000 (नेट प्रॉफिट) / 500 + 500 (कुल इक्विटी)
- ROE = 100%
मतलब की कंपनी ने अपने पास जितना है उनसे 100% का प्रॉफिट जेनरेट किया है
ROCE Meaning in Hindi
दोस्तों जैसे हमने ऊपर देखा की ROCE का Full Form Return On Capital Employed होता है, आप नए निवेशक है या पहले से स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे है लेकिन यहा पर दोनों के लिए जरुरी है की आपको Return On Capital Employed रेश्यो देखना है। तभी आप एक अच्छे निवेशक बन पाएंगे।
अगर आप किसी कंपनी में निवेश करने जा रहे है और कंपनी पर कोई कर्ज़ा नहीं है इस कैश में आप सिर्फ ROE देख सकते है उनसे आपका काम चल जायेगा, लेकिन अगर कंपनी पर कर्ज़ा है उस कंडीशन में आपको Return On Capital Employed देखना बहुत अनिवार्य हो जाता है।
अब ROCE कैसे काम करता है? एक उदहारण से समझते है।
मान लो कोई XYZ कंपनी है और इस कंपनी के पास 200 Rupee का शेयर कैपिटल है और कंपनी ने 200 Rupee रिज़र्व रखा है उसके साथ साथ कंपनी के ऊपर 200 Rupee का Debt भी है तो इस कॅश में आपको ROCE देखना बहुत जरुरी है।
क्योकि अब कंपनी का तो टोटल कैपिटल है वो 600 Rupee कैलकुलेट किया जाता है, अब मान लो कंपनी का EBIT 500 rupee का रहा तो उस कॅश में ROCE कैसे कैलकुलेट होगा? आईये देखते है।
- ROCE = 500 (EBIT) / 600 (Capital Employed)
- ROCE = 83.33 %
क्योकि कंपनी पर Debt है इसलिए कंपनी को Interest भी पे करना होता है उस कॅश में ROCE हमेशा आपको ROE से कम ही मिलेगा तो आप इनको जरूर कंसीडर करे।
आप जबभी किसी कंपनी का ROE और ROCE देखे तो हमेशा 12% से ज्यादा कंसीडर करे इनसे कम अगर आपको दिखे तो आप ऐसी कंपनी में निवेश ना करे।
कंपनी का शेयर होल्डिंग पैटर्न देखे।
देखिये, निवेश में सबसे ज्यादा जरुरी होता है कंपनी का बिज़नेस मॉडल और कंपनी पर भरोसा की कंपनी अच्छा परफॉर्म कर पायेगी।
पर क्या होता है की हम जब निवेश की शुरुआत करते है तो हमको नहीं पता होता की कौनसा शेयर सबसे अच्छा है? यातो किस कंपनी का शेयर सबसे अच्छा है? उस स्थिति में हम शेयर होल्डिंग पैटर्न का भरपूर फायदा उठा सकते है।
शेयर होल्डिंग में आपको किन किन के पास कंपनी के कितने शेयर है यह बात आपको शेयर होल्डिंग पैटर्न से पता चल जाएगी जैसे की प्रमोटर के पास कितना हिस्सा है? FII के पास कितना हिस्सा है? और रिटेलर के पास।
तो आपको देखना है की प्रोमोटर के पास कंपनी के शेयर का कितना हिस्सा है? हमें प्रमोटर ही देखना है क्योकि जिस कंपनी में प्रमोटर की ज्यादा होल्डिंग होती है वो अक्षर अच्छा परफॉर्म करती है,
क्योकि प्रमोटर वो लोग है जहा बड़े बड़े शेयर मार्केट के एक्सपर्ट बैठे है और निवेश करते है, इसलिए वो लोग सिर्फ अच्छा परफॉर्म करने वाली यातो अच्छा परफॉर्म कर सकती है उन कंपनियों में ही निवेश करते है।
तो आपको ऐसी कंपनी ढूंढनी है जिस कंपनी में कम से कम 50% शेयर होल्डिंग Promoter की होनी चाहिए अगर आप 50% कम प्रोमोटर वाली कंपनी देखते है तो वहा पर निवेश करने से बचे।
अगर कोई कंपनी में सब ठीक है और उसमे प्रमोटर की शेयर होल्डिंग 50% से ज्यादा है तो आपके लिए सोने पे सुहागा वाली बात हो जाएगी।
कंपनी की डिविडेंट हिस्ट्री देखे।
दोस्तों, डिविडेंट एक पैसिव इनकम का जरिया बन सकता है। स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनिया अपने निवेसकों को प्रॉफिट होने पर साल में एक बार, दो बार या तीन बार डिविडेंट के रूप में पैसे देती है।
तो आप जिस कंपनी में निवेश करने जारी है उस कंपनी की पिछले सालो की डिविडेंट हिस्ट्री देखे अगर कंपनी के फंडामेंटल अच्छे है और कंपनी अच्छा डिविडेंट देती है तो उस किस्से में आप इस शेयर को खरीद सकते है।
कुछ कंपनिया है जो सबसे ज्यादा डिविडेंट देती है जैसे की Vedanta Limited ने साल 2023 40वी बार अपने निवेशकों को डिविडेंट दिया है।
निष्कर्ष – शेयर खरीदते समय क्या देखना चाहिए?
दोस्तों इस लेख में हमने देखा की आप किस तरह से एक अच्छा शेयर पहचान सकते है या अच्छे शेयर को कैसे पहचाने? जिसके बारे में हमने पुरे लेख में देखा की आपको फंडामेंटल एनेलिसिस करते समय कौनसे पॉइंट ध्यान में रखने चाहिए
अगर आप भी इसी तरह फंडामेंटल अनैलिसिस शुरू करेंगे तो आपको कई सारे ऐसे शेयर मिलेंगे जहा पर आप अपना निवेश कर सकते है।
तो दोस्तों यह थी हमारी तरफ से छोटी सी कोशिश, आशा करता हूँ की आपको हमारी यह कोशिश पसंद आयी होगी अगर पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
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FAQ’s – About अच्छे शेयर को कैसे पहचाने?
अच्छे शेयरों की पहचान कैसे करें?
दोस्तों, आपको अच्छे शेयरो की पहचान करने के लिए कुछ फंडामेंटल एनेलिसिस की जरुरत होती है जैसे की कंपनी का बिज़नेस मॉडल, कंपनी की स्ट्रेंथ और वीकनेस, कंपनी का प्रॉफिट ग्रोथ, कंपनी पर कितना कर्जा है वो देखना पड़ेगा तभी आप एक अच्छे शेयर की पहचान कर पाएंगे।
मुझे कौन से शेयर खरीदना चाहिए?
आपको सबसे पहले अच्छे फंडामेंटल वाले शेयर खरीदना चाहिए जिसमे आपको कंपनी क्वाटर बाय क्वाटर प्रॉफिट में ग्रोथ दिखना चाहिए साथ साथ कंपनी की ब्रांड वैल्यू भी अच्छी हो तभी तो कंपनी को एडवांटेज मिलेगा।
स्टॉक खरीदने से पहले हमें क्या जांचना चाहिए?
दोस्तों, स्टॉक खरीदने से पहले आपको कुछ खास चीज़ो को जांचना चाहिए जैसे की, कंपनी का बिज़नेस मॉडल देखे, कंपनी का मैनेजमेंट देखे, कंपनी का शेयर प्राइस देखे कही आप ओवर वैल्यूड शेयर तो नहीं खरीद रहे, फिर कंपनी का ईपीएस, ROE और ROCE भी देखे साथ साथ आपको डिविडेंट हिस्ट्री भी देखनी चाहिए।